परंपरागत व्यवसाय के आजीविका के साधन के अनुसार पिछड़े वर्गों, जातियों के नाम जिनका काम मवेशी पालन व दूध बेचना है। ये जातियां मवेशियों के साथ अपने निवास स्थान से निष्क्रमण करती हैं। ऐसे पशुपालकों के बच्चों हेतु कक्षा 6 से कक्षा 12 तक शिक्षण एवं आवासीय सुविधाएं उपलब्ध करने के लिए हरियाली, जिला जालौर में आवासीय विद्यालय खोला गया है।
लाभान्वित वर्ग:
निष्क्रमणीय पशुपालक के प्रतिभाशाली बच्चे
पात्रता:
· परिवारों को गाँव के पटवारी द्वारा की गयी जाँच रिपोर्ट पर उस जिले के जिला सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग अधिकारी द्वारा सत्यापित किया जायेगा।
· प्रवेश से पूर्व की कक्षा राजकीय विद्यालय/ राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त विद्यालय से उत्तीर्ण की हो।
· कक्षा ६ में प्रवेश हेतु अनौपचारिक शिक्षा केन्द्रों से कक्षा ५ उत्तीर्ण विद्यार्थी भी प्रवेश हेतु प्राप्त होंगे।
आवेदन का तरीका:
· अभ्यार्थी निर्धारित प्रारूप में टंकित/ साइक्लोस्टाइल करवाकर आवेदन कर सकते हैं।
· आवेदन पत्र के लिफाफे के दायें कोने पर पशुपालकों के बालकों के लिए आवेदन पत्र आवश्यक रूप से लिखें।
आवेदन कहाँ किया जाये: प्रधानाध्यापक, आवासीय विद्यालय , मण्डाना, कोटा
आवेदन के साथ औपचारिकताएं:
· उत्तीर्ण परीक्षा की अंकतालिका
· सक्षम अधिकारी से प्रमाणित जाति प्रमाण पत्र
· मूल निवास प्रमाण पत्र
संपर्क सूत्र:
राजस्थान रेजिडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीटूशन्स सोसाइटी (सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग), राजस्थान, जयपुर।
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